IRFC Q1 FY26 रिजल्ट: नेट प्रॉफिट ₹1,745 करोड़, जानें पूरी जानकारी

IRFC Q1 FY26 रिजल्ट: नेट प्रॉफिट ₹1,745 करोड़, जानें पूरी जानकारी

IRFC Q1 FY26 रिजल्ट: नेट प्रॉफिट ₹1,745 करोड़, जानें पूरी जानकारी

Indian Railway Finance Corporation (IRFC) ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (Q1) के नतीजे जारी कर दिए हैं। इस दौरान कंपनी का नेट प्रॉफिट 10.7% बढ़कर ₹1,745.69 करोड़ पहुंच गया है, जो पिछले साल इसी अवधि में ₹1,576.83 करोड़ था।

आय और व्यय का संक्षेप

  • Net Profit (Q1 FY26): ₹1,745.69 करोड़ (↑ 10.7%)
  • Net Profit (Q1 FY25): ₹1,576.83 करोड़
  • Core ऑपरेशनल रेवेन्यू: ₹6,915 करोड़ (↑ 2.2%)
  • Interest Income: ₹1,497 करोड़ (↓ 17.7%)
  • Leasing Income: ₹5,043 करोड़ (↑ 9.2%)
  • Total Expenses: ₹5,172.5 करोड़ (↓ मामूली)

IRFC शेयर प्राइस अपडेट

IRFC ने यह नतीजे 22 जुलाई 2025 (मार्केट बंद होने के बाद) जारी किए। परिणाम घोषित होने से पहले ही शेयर में गिरावट देखी गई, और यह ₹130.80 पर बंद हुआ, जो पिछले सत्र से 2.68% कम है। पिछला बंद स्तर ₹134.40 था।

उधारी योजना FY26 के लिए

IRFC के निदेशक मंडल ने Q4 FY25 के दौरान FY26 के लिए ₹60,000 करोड़ तक की फंडिंग को मंजूरी दी है। यह राशि देशी और अंतरराष्ट्रीय बाजारों से जुटाई जाएगी।

जिन साधनों से राशि जुटाई जाएगी, उनमें शामिल हैं:

  • Tax-free Bonds
  • Taxable Bonds (Private Placement / Public Issue)
  • Capital Gain Bonds
  • Government Guaranteed Bonds
  • Zero Coupon Bonds
  • Perpetual Bonds
  • Subordinated Bonds
  • ESG Bonds
  • Market Linked Bonds
  • STRPP (Transferable Redeemable Principal Parts)

IRFC कंपनी प्रोफाइल

IRFC एक Navratna PSU है जो Ministry of Railways के अंतर्गत कार्य करता है। इसे RBI द्वारा Systemically Important Non–Deposit–Taking NBFC (NBFC–ND-SI) और Infrastructure Finance Company (NBFC–IFC) के रूप में भी मान्यता प्राप्त है।

निवेशकों के लिए क्या संकेत?

  • स्थिर मुनाफा और मजबूत लीज इनकम IRFC को एक सुरक्षित निवेश विकल्प बनाते हैं।
  • कम रिस्क और लंबी अवधि में स्थिर रिटर्न की संभावना।
  • सरकार की रेलवे विस्तार योजनाओं से कंपनी को लगातार ऑर्डर और फंडिंग मिलती रहेगी।

विश्लेषण: क्या यह निवेश के लिए सही समय है?

IRFC का मजबूत Q1 प्रदर्शन यह दर्शाता है कि कंपनी की लीजिंग आधारित बिजनेस मॉडल मजबूत बना हुआ है। हालांकि, इंटरेस्ट इनकम में गिरावट चिंता का विषय हो सकती है, लेकिन कम खर्च और बेहतर लीजिंग रेवेन्यू से संतुलन बना हुआ है।

निष्कर्ष

IRFC ने Q1 FY26 में सकारात्मक प्रदर्शन किया है। कंपनी की स्टेबल ग्रोथ, कम रिस्क प्रोफाइल और सरकारी समर्थन इसे लॉन्ग टर्म निवेश के लिए एक मजबूत विकल्प बनाते हैं। निवेश से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर से परामर्श जरूर करें।

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Disclaimer: यह लेख केवल शैक्षणिक उद्देश्य के लिए है। निवेश से पहले प्रमाणित वित्तीय सलाहकार से सलाह जरूर लें।

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