Trailing Stop Loss क्या है? फायदे, उदाहरण और सेटिंग गाइड (2025)
Trailing Stop Loss क्या है? फायदे, उदाहरण और सेटिंग गाइड (2025)
शेयर बाजार में ट्रेडिंग करते समय सबसे बड़ी चुनौती होती है मुनाफा सुरक्षित करना और नुकसान को सीमित करना। Trailing Stop Loss एक ऐसा आधुनिक टूल है जो इन दोनों उद्देश्यों को संतुलित करता है। यह एक गतिशील स्टॉप लॉस है जो शेयर की कीमत के साथ ऊपर की ओर बढ़ता है लेकिन नीचे गिरने पर स्थिर रहता है।
Trailing Stop Loss कैसे काम करता है?
जब कोई निवेशक किसी शेयर को खरीदता है, तो वह चाहता है कि यदि कीमत बढ़े तो लाभ मिले और यदि कीमत गिरे तो नुकसान सीमित हो। ट्रेलिंग स्टॉप लॉस इसी सिद्धांत पर आधारित है। यह ऑटोमैटिक रूप से शेयर की बढ़ती कीमत के साथ स्टॉप लॉस को ऊपर समायोजित करता है लेकिन गिरावट आने पर उसे स्थिर रखता है।
Trailing Stop Loss के प्रकार
1. निश्चित राशि (Fixed Amount) ट्रेलिंग स्टॉप
इसमें आप ₹50, ₹100 जैसी कोई निश्चित राशि सेट करते हैं। जैसे ही शेयर की कीमत बढ़ती है, स्टॉप लॉस उस निश्चित अंतर को बनाए रखते हुए ऊपर जाता है।
2. प्रतिशत आधारित (Percentage-Based) ट्रेलिंग स्टॉप
इसमें स्टॉप लॉस शेयर की कीमत के प्रतिशत (जैसे 5%, 10%) के रूप में तय होता है और शेयर की कीमत के साथ बढ़ता है।
3. कस्टम ट्रेलिंग स्टॉप
अनुभवी निवेशक तकनीकी संकेतकों (जैसे ATR, Moving Averages) के आधार पर ट्रेलिंग स्टॉप सेट करते हैं।
Trailing Stop Loss के उदाहरण
उदाहरण 1: निश्चित राशि ट्रेलिंग स्टॉप
आपने ₹1000 में एक शेयर खरीदा और ₹100 का ट्रेलिंग स्टॉप सेट किया।
- शेयर बढ़कर ₹1200 हुआ: स्टॉप लॉस ₹1100
- शेयर बढ़कर ₹1500 हुआ: स्टॉप लॉस ₹1400
- शेयर गिरकर ₹1400 हुआ: शेयर ₹1400 पर बिकेगा, ₹400 का मुनाफा लॉक
उदाहरण 2: प्रतिशत आधारित ट्रेलिंग स्टॉप
₹500 में शेयर खरीदकर 5% ट्रेलिंग सेट किया:
- शेयर ₹600 पर: स्टॉप लॉस ₹570
- शेयर ₹800 पर: स्टॉप लॉस ₹760
- गिरावट ₹760 पर: ₹260 का मुनाफा
उदाहरण 3: इंट्राडे ट्रेडिंग परिदृश्य
₹2000 में खरीदे गए शेयर पर ₹50 ट्रेलिंग स्टॉप सेट:
- शेयर ₹2100 पर: स्टॉप लॉस ₹2050
- शेयर ₹2200 पर: स्टॉप लॉस ₹2150
- गिरावट ₹2140 पर: शेयर ₹2150 पर बिकेगा, ₹150 मुनाफा
Trailing Stop Loss के फायदे
- मुनाफा सुरक्षित करना: स्टॉप लॉस शेयर की बढ़ती कीमत के साथ ऊपर जाता है।
- नुकसान सीमित करना: अचानक गिरावट पर शेयर ऑटोमेटिकली बिक जाता है।
- स्वचालित प्रक्रिया: मैन्युअल अपडेट की जरूरत नहीं होती।
Trailing Stop Loss कैसे सेट करें?
1. ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म चुनें
सुनिश्चित करें कि आपका प्लेटफॉर्म जैसे Zerodha, Upstox, Angel One ट्रेलिंग स्टॉप की सुविधा देता हो।
2. शेयर खरीदें
पहले वह स्टॉक खरीदें जिसमें आप ट्रेलिंग स्टॉप लगाना चाहते हैं।
3. ट्रेलिंग स्टॉप सेटिंग करें
- ऑर्डर पेज पर “Trailing Stop” या “Stop Loss” विकल्प चुनें।
- Fixed या Percentage वैल्यू दर्ज करें (जैसे ₹50 या 5%)
- ट्रिगर प्राइस दर्ज करें (अगर आवश्यक हो)।
- ऑर्डर कन्फर्म करें।
ट्रेलिंग स्टॉप सेटिंग्स के टिप्स
- ज्यादा अस्थिर शेयरों में ढीला स्टॉप लॉस रखें (जैसे 8-10%)
- कम रिस्क लेने वाले टाइट स्टॉप लॉस (2-3%) रख सकते हैं।
- ATR या मूविंग एवरेज के अनुसार ट्रेलिंग करें।
- ब्रोकर की पॉलिसी और चार्जेस को समझें।
Trailing Stop Loss की सामान्य गलतियां
- बहुत टाइट स्टॉप लॉस जल्दी ट्रिगर हो सकता है।
- मार्केट ट्रेंड को नजरअंदाज करना।
- केवल सिस्टम पर निर्भर रहना; खुद मॉनिटरिंग करें।
भारतीय प्लेटफॉर्म्स पर ट्रेलिंग स्टॉप कैसे सेट करें?
Zerodha
Zerodha में ट्रेलिंग स्टॉप लॉस ऑर्डर सीधे उपलब्ध नहीं है। आप मैन्युअल SL ऑर्डर को समय-समय पर अपडेट कर सकते हैं।
Upstox
Upstox में ट्रेलिंग स्टॉप लॉस का विकल्प उपलब्ध है। आप BO/CO ऑर्डर में इसे एक्टिवेट कर सकते हैं।
Angel One
Angel One प्लेटफॉर्म में ट्रेलिंग स्टॉप लॉस सेटिंग्स को “Trailing Stop” टैब में जाकर कस्टमाइज़ किया जा सकता है।
Groww & अन्य ऐप्स
Groww, ICICI Direct, HDFC Securities आदि ऐप्स में यह फीचर अलग-अलग फॉर्म में उपलब्ध होता है।
FAQs: Trailing Stop Loss से जुड़े सामान्य सवाल
Q1. ट्रेलिंग स्टॉप लॉस और नार्मल स्टॉप लॉस में अंतर क्या है?
नार्मल स्टॉप लॉस स्थिर होता है जबकि ट्रेलिंग स्टॉप लॉस शेयर की कीमत के साथ ऊपर बढ़ता है।
Q2. क्या ट्रेलिंग स्टॉप लॉस सभी ट्रेडिंग ऐप्स में मिलता है?
नहीं, सभी ऐप्स में यह सुविधा उपलब्ध नहीं होती। Upstox और Angel One इसे सपोर्ट करते हैं।
Q3. ट्रेलिंग स्टॉप लॉस कब इस्तेमाल करना चाहिए?
जब आप अपने मुनाफे को सुरक्षित रखना चाहते हैं और जोखिम सीमित करना चाहते हैं, तब इसका उपयोग करें।
Q4. क्या ट्रेलिंग स्टॉप लॉस इंट्राडे में उपयोगी है?
हाँ, इंट्राडे ट्रेडिंग में यह बहुत उपयोगी है, खासकर जब बाजार तेज उतार-चढ़ाव दिखा रहा हो।
निष्कर्ष (Conclusion)
Trailing Stop Loss एक अत्यंत उपयोगी उपकरण है जो आपको मुनाफे को लॉक करने और बड़े नुकसान से बचने में मदद करता है। सही सेटिंग्स और रणनीति के साथ इसका उपयोग करके आप अपने ट्रेडिंग अनुभव को और भी अधिक सुरक्षित और स्मार्ट बना सकते हैं। हालांकि, हर बाजार स्थिति के अनुसार इसकी सेटिंग में बदलाव करना जरूरी है। इसलिए सीखिए, अभ्यास करिए और स्मार्ट ट्रेडिंग कीजिए।